आगरा: एक ही परिवार के चार जनाजे एक साथ उठे तो …रो पड़ा पूरा मौहल्ला
- शवों को देख बेहोश होकर गिरी माँ और बेटी
एत्मादपुर (आगरा)। एत्मादपुर में एक ही परिवार के चार लोगों के जनाजे एक साथ उठे तो पूरा मौहल्ला रो पड़ा। हर किसी की आंखें नम हो गईं। जनाजे को देख चारों तरफ चीख-पुकार मची गई। बेहद गमगीन माहौल में जनाजे की नमाज के बाद शवों को बुढ़िया के ताल स्थित कब्रिस्तान में दफन किया गया।
आगरा-अलीगढ हाईवे पर हुए सड़क हादसे में 22 वर्षीय इक़बाल, 20 वर्षीय गुल्फसा, दो वर्षीय अहद की मौके पर मौत हो गई थी, जबकि दुधमुंही चार माह की बच्ची आयत जिंदगी की जंग लड़ते वह भी काल के गाल में समा गई। पोस्टमार्टम के बाद गुरुवार तड़के चार बजे तीन शव घर लाए गए। यह खबर मिलते ही हर कोई मृतकों के घर की ओर दौड़ पड़ा। चारों तरफ चीख-पुकार मची थी। गमगीन माहौल को देख हर किसी की आंखें नम हो गईं।
मृतक इक़बाल की मां फिरोज और बहन रानी अपने भाई और भाभी मां के शव देख अचेत होकर गिर पड़ी। इस दुख की घड़ी में गमजदा महिलाएं दोनों को दिलासा दे रही थीं। मृतक इक़बाल के घर के आंगन में उसकी मां फिरोज शवों पर लिपट कर कर रो रही थी।
कबाड़े का काम करता था इक़बाल
एत्मादपुर मोहल्ला सत्ता निवासी इकबाल व उसके पिता रियाजुद्दीन गांव में फेरी लगाकर कबाड़ी का कार्य करता था। वही परिवार का लालन पोषण करने में योग्यता था। वह परिवार में अपने पीछे पिता रियाजुद्दीन, मां फिरोज, बहन रानी और मुस्कान तथा भाई राज और रोहित को सदा के लिए छोड़ गया।
रिपोर्ट —– राम किशोर बघेल