आगरा: बरहन एसओ पर नहीं संभल रहे दरोगा और सिपाही!
- अहारन चौकी के उत्पाती सिपाहियों पर नहीं हुई कार्रवाई
- बरहन थाने में पीड़ित को दी थर्ड डिग्री, कार्रवाई की मांग
एत्मादपुर (आगरा)। थाना बरहन पुलिस का उत्पाद इन दिनों चरम सीमा पर है। एक के बाद एक घटना पुलिस पर सवालिया निशान खड़े कर रही है। पुलिस की बर्बरता आम जनमानस को भयभीत कर रही है। पीड़ितों को डरा धमकाकर थाने में ही थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया गया। ताजा मामला आंवलखेड़ा चौकी की एक गांव का है।
थाना बरहन क्षेत्र के आवलखेड़ा निवासी नरेंद्र उर्फ मुन्नू सिसोदिया व प्रदीप सिसोदिया में समरसेबल को लेकर पारिवारिक विवाद हो गया था। जिसकी शिकायत पीड़ित नरेंद्र द्वारा पुलिस से करना महंगा पड़ गया। आवलखेड़ा पुलिस चौकी पर तैनात एक सिपाही ने पीड़ित को ही पकड़कर हवालात में बंद कर दिया। उसके बाद पीड़ित को दो सिपाहियों ने मिलकर थर्ड डिग्री देकर उसे भगा दिया।
पीड़ित मुन्नू सिसोदिया का आरोप है कि वह अपनी शिकायत लेकर आवलखेड़ा पुलिस चौकी पर पहुंचा था जहां पर तैनात एक सिपाही मिला। सिपाही ने कहा कि वह ही चौकी प्रभारी है। पीड़ित ने जब शिकायत की तो उसे ही गिरफ्तार कर लिया और बरहन थाना कार्यालय की हवालात में बंद कर दिया। उसके बाद आंवलखेड़ा पर तैनात एक सिपाही ने अपने ही साथी सिपाही के साथ पीड़ित को थर्ड डिग्री दी। पीड़ित ने कहा कि वह इसकी शिकायत पुलिस कमिश्नर प्रीतिंदर सिंह से करेगा। साथ ही आरोपी सिपाहियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग करेगा।
बीते दिनों अहारन चौकी पर दो सिपाहियों पर दुकानदार को पीटने का आरोप है। पुलिसकर्मियों से दुकानदारी का उधार पैसा मांगना दुकानदार को महंगा पड़ गया। आरोप है कि सिपाही योगेंद्र यादव और प्रवेंद्र तेवतिया ने शराब पीकर नीरज सक्सेना पुत्र हीरालाल के घर में घुसकर मारपीट कर दी और चौकी में ले जाकर बंद कर दिया। आरोप है कि 20 हजार न देने पर 151 की कार्यवाही कर दी। पीड़ित ने जिसकी शिकायत आगरा पुलिस कमिश्नर प्रीतिंदर सिंह से की है। अभी तक उक्त दोनों सिपाहियों पर कार्रवाई शून्य है।
आरोप: पुलिस बना रही फैसले का दबाब
पीड़ित मुन्नू उर्फ नरेंद्र सिसोदिया ने आरोप लगाते हुए कहा कि चौकी पुलिस एवं थाना पुलिस उस पर फैसला करने का दबाव बना रही है। पीड़ित ने कहा कि वह पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी देगा साथी दोनों सिपाहियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेगा।