आगरा के कुरगवां में एक पखवाडे में मरे 60 पशु

- विधायक की भ्रकुटी देख प्रशासन हुआ सक्रिय
- मथुरा वैटनरी होंस्पीटल की टीम ने संभाली कमान
तहसील प्रशासन के सक्रिय होने के बाद सफाई के साथ दवा छिडकाव एंव म्रत पशुओं को दफनाने में जुटे, पशु पालक भयांक्रात
एत्मादपुर (बरहन)। क्षेत्र के गांव कुरगवां में पशु चिकित्सकों के तमाम प्रयास करने के बावजूद ठंड से बीमार हो रहे पशुओं के मरने की संख्या दिनों दिन बढती ही जा रही है। गांव में एक पखवाडे के अंदर 61 पशुओं की मौत हो चुकी है। पशु चिकित्सक रात दिन गांव में रूककर पशुओं को उपचार कर बचाने के प्रयास कर रहे है। फिर भी रोजाना पशुओं की मौत हो रही है। गांव में लगातार साफ सफाई के अलावा दवा का छिडकाव तथा म्रत पशुओं के शवों को प्रशासन द्वारा जेसीवी मशीन से दफनाया गया।

ब्रहस्पतिवार को भी दो पशुओं का पशु चिकित्सकों द्वारा पोस्टमार्डम किया गया। कुरगंवा गांव में पशुओं में फैले निमोनियां से ग्रस्त चार दर्जन से अधिक पशुओं की मौत से पशु पालक पूरी तरह बर्वाद हो चुके है। पशु एक दिन पहले चारा छोड देता है, अगले दिन चिकित्सकों के उपचार के बावजूद उसकी मौत हो जाती है। पशु चिकित्सक इसे निमोनिया बता रहे है। जिसमें ठंड से पशु की नसें जाम होने पर उसकी मौत हो जाती है।
बुधवार को गांव में क्षेत्रीय विधायक डा. धर्मपाल सिंह पहुचे तथा ग्रामीणों से रूबरू होने के बाद बीमारी की भयावहता को देखते हुये पशु चिकित्सालय मथुरा से पशु चिकित्सकों की टीम बुलाने तथा अन्य आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। ब्रहस्पतिवार को गांव में एसडीएम कृष्ण कुमार सिंह व तहसीलदार अविचल प्रताप सिंह एत्मादपुर ने दौरा किया तथा बीमारी की गम्भीरता को देखते हुये पशु चिकित्सालय मथुरा से चिकित्सकों की टीम को बुलाया गया। नगर पालिका एत्मादपुर से कूडा वाहन और जेसीवी मंगाकर विकास खंड कार्यालय एत्मादपुर से सफाई कर्मचारियों द्वारा गांव में साफई करके कूडे को वाहनों से गांव से बाहर भेजा गया।
जेसीवी से मृत जानवरों को दफनाने के साथ गांव में दवा का छिडकाव व पशुओं का बीमा भी कराया जा रहा है। ब्रहस्पतिवार को एवज सिंह की पडिया और रोतश सिंह व लोकेन्द्र की एक एक भेंस की मौत हो गई। मथुरा से आई पशु चिकित्सकों की टीम ने दो पशुओं का पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम कर पशुओं के फैफडे मथुरा वैटनरी हॉस्पीटल की प्रयोगशला भेजे गये है। जिनकी रिपोर्ट आने पर बीमारी का पता चलेगा। बताया गया है कि एक पखवाडे में थान सिंह, राजकुमार के पांच पांच पशु, गजेन्द्र सिंह, बन्टू, पौप सिंह, लाखन सिंह, शैतान सिंह, सन्दीप, शंकर पाल, राज पाल, कुमर पाल, मूल चन्द्र, देवी राम, राजू के दो दो पशु, रमेश वर्मा, महीपाल सिंह, मनोज, अरविन्द, तारा चन्द्र, मुकेश, हरी सिंह, गीपी, रमेश, रोशन सिंह, प्रमोद, मुन्ना लाल, जितेन्द्र, उदल सिंह, छोटे लाल के पशुओं की मौत हो चुकी है, तथा अनेक पशु बीमार हैं।
गुरुवार सांय पशु चिकित्साधिकारी आगरा महेन्द्र पाल ने गांव का दौरा कर पशु पालकों से मिले तथा पशुओं को चारे का मीनू बताने के साथ अधीनस्थों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। बताया गया है कि गांव में पशु चिकित्सालय एत्मादपुर के वैटनरी ऑफीसर जयंत कुमार, पशु चिकित्सालय बरहन के पशु चिकित्सक अतुल गुप्ता टीम के साथ रात दिन गांव में रह कर उपचार कर रहे है।
डा. अतुल गुप्ता ने बताया कि मथुरा वैटनरी हौस्पीटल की टीम में शामिल पशु वैज्ञानिक डा. मुकेश श्रीवास्तव मेंडीसन, डा. विनोद माइक्रोवायोलौजी व डा. बिजेन्द्र पैथोलौजी द्वारा पशुओं का पोस्टमार्टम कर सम्पल लिये गये है। जिनकी जांच प्रयोगशाला में करने के बाद बीमारी का पता चलेगा।