एत्मादपुर में अवैध डीजल के ‘प्रधान’ के घर प्रशासनिक टीम का छापा – कलम के योद्धा

एत्मादपुर में अवैध डीजल के ‘प्रधान’ के घर प्रशासनिक टीम का छापा

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डीजल के ड्रम, पाइप व लीटर और कीप समेत अन्य उपकरण किए बरामद 

  • 21 साल पुराने लाइसेंस पर घर से बेचा जा रहा था ‘मौत’ का सामान 
  • जिला पूर्ति निरीक्षक की मौहर दर मौहर पर हो रहा था अवैध कारोबार 
  • एत्मादपुर पूर्ति निरीक्षक कर रहा सेटिंग-गेटिंग वाला खेल   

एत्मादपुर (आगरा)। थाना बरहन क्षेत्र गांव गढ़ी थलू में अवैध डीजल के ‘प्रधान’ के घर विगत बर्षों से काले तेल का कारोबार जोर पकड़ता ही जा रहा था, कि गांव में ही आईजीआरएस पर की गई शिकायत की हकीकत जानने पहुंचे तहसीलदार मान्धाता प्रताप सिंह की नजर अचानक घर से तेल ले जाते एक संदिग्ध व्यक्ति पर पड़ गई।

प्रशासनिक अधिकारियों की छापामार कार्यवाही में मिले उपकरण।

      तहसीलदार मान्धाता प्रताप सिंह, नायब तहसीलदार एचएल चौधरी और राजस्व कर्मियों के साथ घर नुमा गोदाम पर पहुंच गए। जिससे अवैध कारोबार करने वाले डीजल के प्रधान के घर में खलबली मच गई। तहसीलदार मांधाता प्रताप सिंह के छापामार की सूचना पर पूर्ति निरीक्षक आनंद कुमार मौके पर पहुंच गए। गोदाम पर सचिन कुमार नामक व्यक्ति जो मौजूदा प्रधान दिनेश कुमार का बेटा है। अधिकारियों द्वारा डीजल के कारोबार के प्रपत्र मांगे गए, जिस पर उन्हें वह दिखा नहीं सका। तहसीलदार मांधाता प्रताप सिंह ने पूर्ति निरीक्षक आनंद कुमार को तत्काल डीजल के अवैध गोदाम को सीज कर कार्यवाही करने की निर्देश दिए हैं। बावजूद उसके अवैध डीजल के कारोबार करने वाले प्रधान के गोदाम को पूर्ति निरीक्षक द्वारा सीज नहीं किया गया।

21 साल पुराने लाइसेंस पर अवैध कारोबार  

एत्मादपुर। आज से 21 साल पहले जिला पूर्ति निरीक्षक आगरा की मौहर दर मौहर पर जारी किए गए डीजल के लाइसेंस पर अवैध तरीके से काले तेल का कारोबार किया जा रहा था। अधिकारी ट्रांसफर हो या कहें साल के अंत पर पूर्ति अधिकारियों की सेटिंग गेटिंग पर पुरातन लाइसेंस पर ही मोहर लगाकर उसे नया प्रमाणित कर दिया गया। इसी तरह से प्रधान ऑफलाइन लाइसेंस पर पूर्ति निरीक्षकों की मोहर पर अवैध कारोबार का खुलेआम गोरख धंधा करने लगा।

डीजल के ‘प्रधान’ के घर छापामार कार्रवाई करते तहसीलदार मांधाता प्रताप सिंह।

प्रधान के पास लाइसेंस, गोदाम सीज नहीं: आनंद 

एत्मादपुर। एत्मादपुर के पूर्ति निरीक्षक आनंद कुमार ने बताया कि तहसीलदार ने उस समय छापा मारा, ज़ब प्रधान दिनेश कुमार शहर में थे। उनका बेटा सचिन संचालित डीजल के गोदाम पर था, वह मांगे गए प्रपत्र नहीं दिखा सका। बाद में प्रधान से बात करने के बाद प्रपत्र देखे गए। जिसमें डीजल का गोदाम सही पाया गया। जिसके बाद उस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई।

बिना अग्निशमन यन्त्रों के संचालित मिला गोदाम 

एत्मादपुर। प्रशासनिक टीम ने गांव में डीजल के अवैध कारोबार पर छापा मारा था, उस समय वहां मौजूद कोई भी अग्निशमन यंत्र नहीं थे। जिससे कोई भी अप्रिय हादसे से निपटा जा सके। जिसमें पूर्ति निरीक्षक की लापरवाही साफ जाहिर दिखी।

इस लाइसेंस के जरिए हो रहा था डीजल का अवैध कारोबार।

 

बिक्री के लिए कहां से लाया था डीजल?

एत्मादपुर। तहसील मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर गांव गढ़ी थलू में डीजल के ‘प्रधान’ के गोदाम पर फुटकर बिक्री के लिए डीजल कहां से लाया जाता था? यह बड़ा सवाल है। जिसके भी प्रपत्र अवैध काले तेल के कारोबार करने वाले डीजल के ‘प्रधान’ नहीं दिखा सके। इसके बावजूद भी विभागीय अधिकारी आंख बंद कर दफ़्तरों में बैठकर कागजी घोड़े दौड़ा रहे हैं।

ये मिले डीजल के उपकरण 

एत्मादपुर। तहसीलदार मांधाता प्रताप सिंह, नायब तहसीलदार एचएल चौधरी व पूर्ति निरीक्षक आनंद कुमार की संयुक्त कार्रवाई में डीजल के अवैध गोदाम पर 5 बड़े ड्रम, एक आधा ड्रम, 2 बड़ी कैन, 2 छोटी कैन, 4 कीप, 4 डीजल नापने लीटर, 2 छोटे-बड़े पाइप, एक 5 लीटर की कैन बरामद की गई।

पूर्ति निरीक्षक एत्मादपुर से उक्त लाइसेंस का स्पष्टीकरण मांगा गया है। लाइसेंस सही है या नहीं, इसकी जांच की जा रही है। बिक्री के लिए डीजल कहां से आता था उसकी भी जांच की जाएगी।, देहात क्षेत्र में इस तरह की अवैध गतिविधि नहीं चलने दी जाएगी।

      मांधाता प्रताप सिंह, तहसीलदार एत्मादपुर

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