झंडा ऊंचा रहे हमारा… की जिद में गई मासूम जान, आजादी के जश्न से सराबोर मोहल्ले में पसरा गया मातम…
एत्मादपुर (आगरा)। 15 August 2024 को समूचा एत्मादपुर आजादी के जश्न में सराबोर था, हर ओर आजादी के तराने गाए जा रहे थे, ख़ुशी का पर्व हो, जिसमें बच्चे शामिल न हों, यह हो ही नहीं सकता। झंडा ऊंचा रहे हमारा… की जिद बच्चे को तीसरी मंजिल की छत खींच ले गई, झंडा भी लगा दिया… उसके बाद क्या हुआ? यह शब्द हैरान और झकरोर देने वाला है।
एत्मादपुर के मौहल्ला शत्रुवान निवासी दिवंगत अन्नू खान के 10 वर्षीय पुत्र हैदर खान झंडा ऊंचा रहे हमारा… की जिद में अपनी जान गंवा बैठा। हैदर की मौत से पूरे मोहल्ले में ख़ुशी के माहौल में मातम पसर गया। हर शख्स उसके घर की ओर दौड़ने लगा। आनन-फानन में हैदर को लेकर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिससे परिवार में चींख-पुकार मच गई। हर ओर आजादी का जश्न ओर तराने गए जा रहे थे इधर, हैदर की मौत से कोहराम मचा हुआ था, हैदर के घर वाली गली में सन्नाटा पसर गया। क्षेत्रीय लोगों की भीड़ जुट गई थी।
मृतक हैदर की मां फरजाना ने बताया कि हैदर परिवार में सबसे लाडला था। उसके पिता अन्नू खान की 6 वर्ष पहले मौत हो चुकी है। वह तीन भाइयों में सबसे छोटा था, उसके बाद दो छोटी बहनें भी हैं। मां कहती है… कि मेरा हैदर मोहल्ले में सबसे ऊंचा झंडा फहराने की जिद पर अङ्ग था, उसने झंडा भी फहराया। जय हिन्द के नारे और भारत माता की जय के उद्घोष भी लगाए और हम सभी से अलविदा कह गया।