खन्दौली में भक्तों का सैलाब, निकाली गई शोभायात्रा, माँ काली की सवारी बनी आकर्षण का केन्द्र – कलम के योद्धा

खन्दौली में भक्तों का सैलाब, निकाली गई शोभायात्रा, माँ काली की सवारी बनी आकर्षण का केन्द्र

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एत्मादपुर (खंदौली)। कस्बा में लगने वाले मा मातेश्वरी देवी के प्राचीन मेले के तीसरे दिन क्षेत्रीय ग्रामीणों की भारी उमड़ पड़ी हजारों की संख्या में महिलाएं और बच्चों ने मीना बाजार से खरीददारी की ओर झूलों का आनन्द लिया। वही मेले में लगने वाली मिठाई की दुकानों से जलेबी और अन्य मिस्ठान खरीदा। वही छोटे छोटे बच्चों ने मेले से खिलौनों की खरीददारी की वही शाम सात बजे जवाहर इंटर कालेज पड़ाव चोराहे से लाल मंदिर तक निकलने वाली शोभायात्रा का केंद्रीय राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल और क्षेत्रीय विधायक धर्मपाल सिंह ने सयुक्त रूप से माँ काली की सवारी की आरती उतार कर शोभायात्रा की शुरूआत की, जो की लाल मंदिर पर जा कर समाप्त हुई। शोभा यात्रा मे शामिल करीब एक दर्जन झांकियों मे तलवार लेकर आगे चल रही काली की सवारी सबके आकर्षण का केन्द्र रही। शोभायात्रा के दौरान दूर-दराज के गांवो से आये लोगो की भीड उमड पडी। इस दौरान पुलिस ने सादाबाद से आने वाले वाहनो को मुढी होते हुये निकाला। केंद्रीय राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने कहा कि मेला हमारे देश की पहचान है भारत मे सदियो से मेले लगते चले आ रहे है। मेले से दिल का मिलन होता है। वही विधायक ने कहा कि यह मातेश्वरी देवी का प्राचीन मेला में जो भी श्रद्धालु आता है। और सच्चे मन से माँ मातेश्वरी देवी से मांगता है उसकी मन्नत पूरी होती है। वही रात में ब्रजकला नोटंकी का आयोजन किया गया जिसे देखने के लिये मेला ग्राउंड खचा खच भरा रहा। मेला केमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार शर्मा उर्फ जरर्रा वावा ने बताया की सोमवार को रसियो के विराट दंगल के साथ ही मेला का समापन होगा।

एसडीओ ने कटवाई मेले की बिजली, आक्रोश

खंदौली। कस्बा मे लगने वाले प्राचीन मातेश्वरी मेले के तीसरे दिन बिजली विभाग ने रविवार की सुवह मेले मे लगने वाली बिजली को अचानक विना सूचना के कटवा दिया।इसके बाद मेला कमेटी और ग्रामीणो मे आक्रोश व्याप्त हो गया। मेला कमेटी के अध्यक्ष अजय शर्मा का कहना था कि एसडीओ ने मेले की बिजली काट कर माहौल खराब करने का प्रयास किया है। शाम को केन्द्रीय राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल और विधायक धर्मपाल सिंह को मेले का उदघाटन करना है। उससे पूर्व बिजली काटना आपत्ती जनक है। उन्होने कहा की अगर विभाग को कोई परेशानी थी। तो मेला लगने से पूर्व ही बता देना चाहिये था। मेला शुरू होने के तीन दिन बाद विजली काटने का क्या मतलब है।

इस मामले मे विधुत विभाग के एसडीओ संजीव यादव का कहना था कि मेला कमेटी के लोगो ने न तो कोई कनेक्शन लिया है और न ही एनओसी ली है। सुरक्षा को देखते हुये बिजली को काट दिया गया है।

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