आगरा समेत पडोसी जनपदों में परोसते थे चर्बी से निर्मित देशी घी

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- 82 टीनों में भरी पड़ी थी पशुओं की चर्बी
- पड़ोसी जनपदों में परोसा जा रहा था नकली देसी घी
- मौहल्ला शेखान में खाद्य विभाग ने निभाई औपचारिकताएं
एत्मादपुर (आगरा)। कस्बे में पुलिस द्वारा पकड़े गए अवैध कट्टीखानों व नकली देसी घी बनाने को लेकर खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की नींद टूट गई है। खाद्य सुरक्षा विभाग ने कई स्थानों पर पहुंचकर देशी घी विक्रेताओं की जानकारी एकत्र की। इसके साथ ही उन्होंने अवैध पशु कटान स्थलों पर भी पहुंचकर जांच की है।
कस्बे की मुस्लिम बाहुल्य बस्ती मोहल्ला शेखान में पहुंची खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने कुछ दिनों पूर्व मौके से 82 टीन देशी घी के कनस्तरों को जब्त कर नमूना जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा था।असिस्टेंट कमिश्नर सैयद शाहनवाज हैदर आबिदी और खाद्य विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर शशांक त्रिपाठी व अन्य विभागीय टीम ने मोहल्ला शेखान में पहुंचकर अवैध पशु कटान स्थलों और अन्य संभावित स्थानों का जायजा लिया। टीम ने क्षेत्रीय लोगों से विभिन्न बिंदुओं को जोड़ते हुए पूछताछ की। टीम के पास कुछ ऐसे भी तथ्य हाथ लगे हैं। टीम ने नकली घी की सप्लाई को लेकर अपना मुखबिर तंत्र को मजबूत किया है।
जानकारी के मुताबिक आगरा, फिरोजाबाद, एटा, मैनपुरी और मथुरा आदि जिलों में भी नकली घी की सप्लाई की जाती थी। मोहल्ले शेखान में अवैध कटान स्थलों पर काटे गए पशुओं की चर्बी से कई घरों में नकली देशी घी तैयार किया जा रहा था। इसी घी को इस्तेमाल की गई ब्रांडेड टीनों में भरकर पड़ोसी जनपदों में भेजा जा रहा था। खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा की गई कार्यवाही से मोहल्ले में हड़कंप मचा हुआ है। आरोपित घरों पर ताला लगाकर फरार हो गए हैं।
उक्त कांड के मुख्य कलाकार और सिपहसलार अधिकारियों की ताजपोशी में जुटे हैं। पुलिस ने 18 लोगों नामजद कर 4 की गिरफ्तारी की थी। तब से मामला ठंडे बस्ते की ओर जाता दिख रहा है। बहराल, अभी सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है। उससे पहले ही सेटिंग गैंग सक्रिय हो गया है और अवैध कारोबारियों के सिपहसलार फर्जी दस्तावेजों से मामले को रफा-दफा करने की तैयारी में जुटे हुए हैं।