किसानों ने खोला ख्वाबों का पिटारा, 10 प्रतिशत विकसित भूमि और परिवार के एक सदस्य को मिले नौकरी

- रहनकलां रायपुर के किसान बोले एकमुश्त हो भुगतान
- जमीन खरीदने पर मांगी स्टाम्प ड्यूटी में छूट
एत्मादपुर (आगरा)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट में रायपुर व रहनकलां के किसानों को चार गुणा मुआवजा देने के प्रस्ताव को अनुमोदित किए जाने के बाद किसानों ने ऐलान किया है कि उन्हें एकमुश्त भुगतान 10 प्रतिशत विकसित भूमि और परिवार में एक नौकरी चाहिए होगी।
एत्मादपुर के गांव गढ़ी संपत में गुरुवार को किसान खरग सिंह सिकरवार की अध्यक्षता में किसानों ने पंचायत की। संघर्ष समिति के नेता प्रदीप शर्मा ने कहा कि सभी किसान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फैसले से गर्वित हैं। उन्होंने किसानों के साथ सहानुभूति दिखाते हुए 15 वर्ष के लंबे इंतजार के बाद मुआवजा देने का अंनूठा निर्णय कैबिनेट की बैठक में पास कराया है। पूर्व में तय शर्तों के अनुसार प्रत्येक किसान परिवार को दस प्रतिशत विकसित भूमि और एक सदस्य को योग्यता के आधार पर नौकरी तथा मुआवजा राशि से खरीदी जाने वाली कृषि भूमि पर स्टांप ड्यूटी में छूट और 64 प्रतिशत वार्षिकी देने की स्थिति को स्पष्ट किया जाए।
रहनकलां व रायपुर में भूमि अधिग्रहण प्रभावित किसानों के लिए अनुग्रह राशि सहित मुआवजा वितरण की स्वीकृति मिली है। इसके बाद गुरुवार को विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। प्रस्ताव स्वीकृति के लिए उनका आभार व्यक्त किया। रहनकलां व रायपुर में 15 वर्ष बाद किसानों को भूमि अधिग्रहण का मुआवजा मिलने का रास्ता साफ हो गया है। करीब 482 करोड़ रुपया मुआवजा किसानों को 442 हेक्टेयर भूमि के बदले मिलेगा। भूमि का अधिग्रहण वित्तीय वर्ष 2009-10 में किया गया था। वर्ष 2014 से भूमि एडीए के नाम दर्ज है। मुआवजा नहीं मिलने से किसान आंदोलन कर रहे थे।