दर्दनाक! एत्मादपुर के रहनखुर्द का बालक स्नान के दौरान डूब कर मौत
दर्दनाक परिवार की आंखों के सामने गंगा की गोद में समा गया लाडला
- परिजनों में मचा कोहराम
- देर शाम तक किया गया अंतिम संस्कार
‘राम किशोर बघेल’
एत्मादपुर (आगरा) उझानी । उनकी आंखों के सामने ही देखते ही देखते लाडला बेटा गंगा की गोद में समा गया। गंगा घाट पर परिजन चीखते-चिल्लाते रहे, लेकिन बेटे को बचा नहीं सके। इस घटना की जानकारी होते ही गांव सदमे में आ गया। दोपहर बाद बालक का शव कछला घाट से यहां पहुंचा तो देखने के लिए गांव के लोग उमड़ पड़े। माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है।
एत्मादपुर के गांव रहनखुर्द निवासी कृपाल सिंह यादव गुरुवार सुबह पांच बजे अपने पिता पुरुषोत्तम, पत्नी ममता, बेटे 14 वर्षीय विनय और 12 वर्षीय निशांत, भाई ओम कार, बहन मधु पत्नी भोले निवासी सोहल्ला सदर और भांजी विशाखा के साथ ईको गाड़ी से कछला घाट बदायूं गंगा स्नान करने गए थे। सुबह आठ बजे करीब गंगा स्नान के दौरान निशांत उसका भाई विनय और विशाखा भंवर में फंस डूबने लगे। यह देख परिवार के लोगों की चीख पुकार पर गोताखोरों ने विशाखा और विनय को तो बचा लिया, लेकिन निशांत को नहीं बचा सके। अपनी आंखों के सामने बेटे को गंगा की गोद में समाते देख परिजनों में कोहराम मच गया। इस खबर से पूरा गांव गमजदां हो गया। अपरान्ह तीन बजे रोते-बिलखते परिजन बालक का शव लेकर गांव पहुंचे। बालक का शव आते ही ग्रामीण की भीड़ उमड़ पड़ी।
देरशाम बालक के शव का अंतिम संस्कार किया
एत्मादपुर। निशांत सेंट वीएस ग्लोबल एकेडमी का था होनहार छात्र गंगा स्नान करते समय डूबने से काल के गाल में समाए 12 वर्षीय निशांत सेंट वी एस ग्लोबल एकेडमी रहनखुर्द एत्मादपुर का होनहार छात्र था। कक्षा चार पास कर पांचवीं में आया था। निशांत कृपाल सिंह के दो बेटों में दूसरे नम्बर का था। दो भाइयों का जोड़ा बिछड़ने से मां का रो-रोकर हाल बेहाल है। आस-पड़ोस की महिलाएं ढांढस बंधाने में लगी हुई थीं।