आगरा में स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्थाएं, उल्टी और दस्त से ग्रसित मरीज की मौत, परिजनों में कोहराम मचा
- लचर स्वास्थ्य विभाग पर उठ रहे सवाल
- परिजनों ने डॉक्टर के विरुद्ध थाने में की शिकायत
एत्मादपुर (बरहन)। स्वास्थ्य विभाग की हठधर्मिता के कारण नासूर बन नकली डॉक्टर्स बीमारी से ग्रसित मरीजों की जान ले रहे हैं। ऐसी युक्त बंद कमरे में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बेपरवाह होकर आराम फरमा रहे हैं। यही वजह है कि ग्रामीण क्षेत्र में नकली डॉक्टर्स मरीज के लिए काल बन गए हैं।
थाना बरहन के अशोक नगर निवासी 60 वर्षीय वृद्ध चरन सिंह उर्फ बटेश्वरी कुशवाह की शनिवार को भीषण गर्मी के चलते उल्टी और दस्त से उनकी तबियत ख़राब हो गई। परिजन जिन्हें बरहन के हनुमान चौराहा स्थित आदेश डॉक्टर के क्लीनिक पर ले गए। जहां डॉक्टर द्वारा एक के बाद एक ड्रिप लगा दी। आरोप है कि जिससे मरीज की और तबियत बिगड़ गई। मरीज का पेट उफान मारने लगा और पेशाब भी बंद हो गई। परिजनों के ऐसा कहने पर डॉ. आदेश कुमार ने दो ड्रिप और लगा दी। मरीज को ग्लूकोस पिलाकर घर ले जाने की बात कही। घर ले जाकर 60 वर्षीय वृद्ध चरन सिंह उर्फ बटेश्वरी कुशवाहा की तबीयत बिगड़ने लगी।
परिजन आनन-फानन में टूंडला-एत्मादपुर स्थित एफ एच मेडिकल कॉलेज ले गए। जहां चिकित्सकों इलाज करने से मना कर दिया। रास्ते में मरीज ने दम तोड़ दिया। जिससे परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों का आरोप है कि डॉ. आदेश कुमार द्वारा सही इलाज न करने पर उनके मरीज की मौत हुई है। डॉ. आदेश कुमार की क्लीनिक पर गए तो ताला लगाकर फरार हो गया।
मृतक चरन सिंह बेटे (परिजन) ने डॉ. आदेश कुमार विरुद्ध कार्रवाई करने हेतु प्रार्थना पत्र दिया है।