आरटीई: जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी की चेतावनी पर सजग नहीं हुए स्कूल संचालक
आईटीई:- शिक्षा के अधिकार से स्कूल संचालकों ने बनाई दूरी
- प्रथम चरण के आवेदनों का अभी तक नहीं किया दाखिला
- स्कूल में प्रवेश पर 5 किलोमीटर की दूरी बनी बाधक
एत्मादपुर (आगरा)। शिक्षा का अधिकार (आरटीई) के तहत हुए आवेदनों में स्कूल में प्रवेश को लेकर स्कूल संचालकों ने दूरियां बना ली है। प्रथम चरण आवेदनों पर अभी तक स्कूल प्रबंधन ने प्रवेश नहीं लिया है। जबकि जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी ने शिक्षा का अधिकार (आरटीई) को गति देने के लिए अधीनस्थों के साथ बैठक की है। साथ ही अनियमिताएं बरतने पर कार्रवाई करने की चेतावनी है।
प्रदेश सरकार ने शिक्षा का अधिकार (आरटीई) में दुर्बल व अति दुर्बल वर्गों के लिए प्रदेश समस्त निजी स्कूलों में 25 प्रतिशत सीटें आरक्षित की है। जिनके लिए आवेदनों की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। प्रथम चरण की प्रक्रिया में 6 मार्च 2024 को प्राप्त आवेदनों के अनुसार निजी स्कूलों में प्रवेश की प्रक्रिया सुनिश्चित की गई है। लेकिन एत्मादपुर के गांव मितावली स्थित जे. मिल्टन पब्लिक स्कूल स्कूल संचालक ने छात्र के प्रवेश लेने से दूरी बना ली है। दो महीने बीत जाने के बाद भी एत्मादपुर के मोहल्ला सत्ता बघेलान निवासी प्री प्राइमरी के छात्र भीमेंद्र प्रताप सिंह को प्रवेश नहीं मिल सका। अभिभावकों का आरोप है कि जांच के नाम स्कूल प्रबंधन ने तमाम प्रकिया पूरी करवा ली है। प्रवेश लेने के समय पर स्कूल से घर की दूरी 5 किलोमीटर होने पर स्कूल में प्रवेश देने से साफ इनकार कर दिया है।
स्कूल में प्रवेश न देने पर खंड शिक्षा अधिकारी महेंद्र सिंह से कई बार शिकायत भी की जा चुकी है। उनके द्वारा स्कूल प्रबंधन को आदेश कॉपी उपलब्ध कराने के साथ-साथ मोबाइल फोन से वार्ता कर स्कूल में प्रवेश दिलाने की प्रक्रिया अधर में लटकी हुई है। स्कूल प्रबंधन के आगे खंड शिक्षा अधिकारी महेंद्र सिंह के आदेशों का कोई मायना नहीं रह गया है। ऐसे में छात्र के अभिभावक ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 और जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी से लिखित शिकायत की है।