खंदौली के सैमरा में खौफनाक मंजर देख, कांप गई रूह, एक साथ खुदीं इतनी क़ब्रे कि हिल गए सब… केंद्रीय राज्यमंत्री प्रोफेसर बघेल ने जताया गहरा दुख दी दो-दो लाख रूपये की सहायता राशि
Hathras road accident. एत्मादपुर (आगरा)। ये खौफनाक मंजर… रूह कंपा देने वाला दृश्य! एक गांव से एक ही परिवार के 14 सदस्यों का एक साथ जनाजा उठता देख दंग रह गया, हर एक की जवाँ पर एक ही शब्द हे राम यह क्या हो गया? गांव में चीत्कार मचा हुआ है। भयभीत कर देने वाले दृश्य ने गांव के ग्रामीणों की नींद नींद उड़ा दी, पूरे गांव में भगदड़ मच गई। परिवार में कोहराम मच गया। रोते-बिलखते परिवार की सदस्य बेहोश हो गए। फिर क्या हुआ? आस पड़ोसियों ने गैर जाति धर्म और मजहब छोड़कर मोर्चा संभाला और गमगीन माहौल में समाहित हो गए। पीड़ित परिवार के सदस्यों को संभाले रखना आज बात नहीं है। महाराष्ट्र से चलकर आए केंद्रीय पशुधन, डेयरी एवं मत्स्य तथा पंचायतीराज राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल, यूपी कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी, विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह मय अमले के मौके पर पहुंचकर मृतकों के जनाजे में शामिल हो गए।
शुक्रवार की शाम तकरीबन 6 बजे हाथरस के चंदपा थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव मीतई के पास भयानक सड़क हादसा हो गया। जिसमें गांव सैमरा के 14 लोगों की मौत की दर्दनाक मौत हो गई थी। हंसते-खेलते पांच भाइयों के परिवार के 14 एक साथ दुनिया छोड़ गए। शनिवार को गमगीन माहौल में एक साथ 14 जनाजे उठे तो चीत्कार मच गई। इस पूरे हादसे में 17 लोगों की जान गई। इनमें दो मृतक आंवलखेड़ा और एक फिरोजाबाद के दीदामई इलाके के है। एक साथ 14 जनाजों को आखिरी मुकाम तक पहुंचाने के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा। आसपास के गांव से भी लोग मैय्यत में शामिल होने पहुंचे। इस दौरान हर आँख नम और आंसुओं में डूबी हुई थी। गमगीन माहौल में सभी को गांव के ही कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किए गए।
इधर सभी शवों को सुपुर्द-ए-खाक करने के बाद केंद्रीय पशुधन, डेयरी, एवं मत्स्य तथा पंचायतीराज राज्यमंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल व जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी ने सरकार के आदेशानुसार मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए सहायता राशि के एवज में चेक वितरित किए। केंद्रीय मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने कहा कि घायल व्यक्तियों का समुचित इलाज बड़ी अस्पतालों में किया जा रहा है। जिनके खर्च राज्य सरकार उठाएगी। उनके परिजनों को पचास हजार रूपये की सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
गांव में पैर रखने को नहीं मिली जगह
एत्मादपुर। जनाजों में बड़ी संख्या में लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए। इससे रास्ते जाम हो गए। शोक में क्षेत्र की दुकानें भी बंद रहीं। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। सभी एक-दूसरे को दिलासा देने का प्रयास करते रहे। आलम यह था कि गांव के रास्तों में पैर रखने को जगह नहीं थी।
घरों में नहीं जले चूल्हे
एत्मादपुर। पांच भाइयों के परिवार के एक साथ 14 लोगों की मौत से गांव के अधिकांश घरों में आज चूल्हा भी नहीं जल सका। उल्लेखनीय है कि उक्त सभी लोग एक परिवार के हैं। रिश्तेदारी में चालीसवें में शिरकत लौट रहे थे कि हाथरस के चंदपा के समीप सड़क हादसे का शिकार हो गए। पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। दिलासा देने वालों का तांता लगा हुआ है।