रेडियो का रूप बदला, लेकिन महत्वता कम नही!

आगरा। विश्व रेडियो दिवस के अवसर पर केन्द्रीय हिन्दी संस्थान के पत्रकारिता विभाग में रेडियो पर परिचर्चा आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में पत्रकारिता विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ चन्द्रकान्त कोठे ने कहा कि संचार क्रान्ति का जनक रेडियो आज भी रूप बदलकर समाज में महत्वपूर्ण भूमिका में है। पत्रकारिता के विद्यार्थियों में राहुल कुलश्रेष्ठ ने कहा कि आज भी दूरदराज के क्षेत्रों में रेडियो ही संचार का माध्यम है। सूर्या सिंह ने रेडियो के क्रमिक विकास पर प्रकाश डाला। प्रियंका जैन ने रेडियो के इतिहास के बारे में बताया । इनके अतिरिक्त फैजान खान, सुनील यादव, नम्रता राना , लाखन सिंह आदि ने रेडियो के विभिन्न बिषय पर जानकारी दी।
कार्यक्रम में पत्रकारिता विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ चन्द्रकान्त कोठे, डाॅ राजशंकर शर्मा, डाॅ कृष्ण प्रताप, अजय कर्दम, राहुल कुलश्रेष्ठ, सूर्या सिंह, प्रियंका जैन, फैजान खान, सुनील यादव, नम्रता राना, लाखन सिंह, उमेश कुमार, कृपाशंकर व संदीप सिंह आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट — राहुल कुलश्रेष्ठ